भारत में कोरोना आज सामने आए 22 नए मामले, संक्रमितों की संख्या बढ़कर 258 हुई
आज सामने आए 22 नए मामले, 258 हुई संक्रमितों की संख्या:- भारत में कोरोना वायरस के संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 258 हो गई है। आज 22 नए मामले सामने आए हैं। इनमें 219 भारतीय और 39 विदेशी शामिल हैं।
वहीं चार लोगों की इस जानलेवा वायरस से चार लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 23 लोग पूरी तरह ठीक हो चुके हैं। यह आंकड़े शनिवार सुबह नौ बजे तक के हैं।
जनता कर्फ्यू: रेलवे ने की 3,700 ट्रेनों का परिचालन रद्द करने की घोषणा:- जनता कर्फ्यू के मद्देनजर रेलवे ने रविवार को देशभर में 3,700 ट्रेनों का परिचालन रद्द करने की घोषणा की है। रेलवे की घोषणा के मुताबिक, रविवार को रद्द होने वाली ट्रोनों में पैसेंजर के साथ-साथ लंबी दूरी की मेल और एक्सप्रेस ट्रेनें भी शामिल होंगी।
रेलवे के मुताबिक, ‘शनिवार और रविवार की दरम्यानी रात 10 बजे से देश के किसी भी स्टेशन से कोई पैसेंजर या एक्सप्रेस ट्रेन नहीं खुलेंगी।’
जनता कर्फ्यू: गो एयर ने रविवार की अपनी सभी उड़ानें रद्द कीं:- ‘गो एयर’ ने रविवार को जनता कर्फ्यू के दिन स्वेच्छा से अपनी सभी उड़ानें रद्द करने की घोषणा की है। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम संबोधन में लोगों से कोरोना वायरस के बीच रविवार को सुबह सात बजे से रात नौ बजे तक जनता कर्फ्यू का आह्वान किया था, जिसके बाद गो एयर ने यह फैसला लिया।
एयरलाइन ने शुक्रवार को कहा, ‘गो एयर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रस्तावित जनता कर्फ्यू के समर्थन में रविवार 22 मार्च को स्वेच्छा से अपनी सभी उड़ानें रद्द करने का फैसला लिया है।’
जनता कर्फ्यू: इंडिगो महज 60 फीसदी घरेलू उड़ानों का करेगी परिचालन:- इंडिगो ने शुक्रवार को कहा कि रविवार को ‘जनता कर्फ्यू’ के मद्देनजर वह महज 60 प्रतिशत घरेलू उड़ानों का परिचालन करेगी।
इसके अलावा, इस महामारी के चलते एयरलाइन की मांग में कमी आई है, उसके मद्देनजर वह अपनी घरेलू उड़ानों में फिलहाल 25 प्रतिशत कमी कर रही है।
सेना भी 23 मार्च से करेगी वर्क फ्रॉम होम:-सैन्य मुख्यालय में तैनात 35 फीसदी अधिकारी और 50 प्रतिशत जूनियर कमीशंड अधिकारी (जेसीओ) 23 मार्च से एक सप्ताह तक घर से कमा करेंगे। अधिकारियों और जेसीओ का दूसरा समूह 30 मार्च से घर से काम शुरू करेगा। सेना ने कहा कि समूहों को एक दूसरे से मिलने से बचाया जाएगा।
यह सुनिश्चित किया जाएगा कि वे कार्य के समय हर वक्त फोन और इलेक्ट्रानिक माध्यमों पर उपलब्ध रहें। मुख्यालय के प्रवेश और निकास द्वारों पर भीड़ से बचने के लिए सैन्य कर्मियों को अलग-अलग ड्यूटी टाइम पर बुलाए जाने का भी फैसला किया गया है।