अमरावती मार्ग क्रमांक 6 पर हुआ सड़क हादसा , क्या गाड़ी चलाते समय मोबाइल पर बात करना हमारे लिए खतरनाक नहीं है?
Nagpur updates: बाइक चलाते चलाते मोबाइल पर बात करना जैसे शहर के युवाओं की आदत बन गई है।लेकिन क्या हम ऐसा कर के अपनी जान से खिलवाड़ नहीं कर रहे?क्यों हमें अपनी जान की कीमत नहीं है जहां कोरोना वायरस जैसी खतरनाक बीमारियों का जिक्र होते ही हम डर रहे हैं वहां हर साल लाखों लाखों लोगों की जान सड़क हादसों में जाती है।जिसमें असंख्य हादसे मोबाइल पर बात करते हुए गाड़ी चलाने से भी हुए हैं।तो फिर इस बात से क्यों हमें फर्क नहीं पड़ता।
क्यों हम इसका भी उतना ख्याल नहीं रख रहे जितना कोरोना या कैंसर जैसी बीमारी होने पर रखते हैं। अब कल की ही सड़क दुर्घटना को देख लीजिए अमरावती मार्ग 6 पर शाम 4बजे के लगभग एक यात्री बस ने २ बाइक सवारों को टक्कर मार दी इस हादसे में दोनों व्यक्तियों दिलीप गजभिए (25) व नीलेश खुशाल राव(45) की मौके पर ही मौत होगयी। हालाकि ट्रैवल्स चालक विश्वनाथ इंगले को पुलिस हिरासत में लेलिया गया है।
इस हादसे में ये बात सामने आई के बाइक सवार फोन पर बात कर रहे थे ऐसे में हमें ध्यान रखने की जरूरत है के क्या बाइक चलाते वक्त मोबाइल पर बात करना हमारे लिए इतना जरूरी है के हम अपनी जान तक जोखिम में डालने के लिए तैयार है।
बाइक चलाते चलाते व्यक्ति का नियंत्रण बाइक से हट जाता है और वो हादसे का शिकार हो जाता है।क्यों हम धूम के ऋतिक रोशन बनने की होड़ में हैं। जिम्मेदार बने यदि गाड़ी चलाते वक्त कोई अर्जेंट कॉल भी आता है तो गाड़ी को साइड में लगाकर आराम से बात कर के फिर गाड़ी चलाएं ।कोई भी 5-10 मिनट का लेट आपकी जान से बड़ कर नहीं है। क्योंकि हम है तो सब है।आप है तो परिवार है।