कोरोना महामारी से लड़ने में देश की सहायता की स्वदेशियों ने- पीएम केयर फण्ड में दिया अतुल्य योगदान
यह उल्लेखनीय बात है के जब देश पर संकट आया परिस्थितियां विपरीत हुई।उस वक़्त देश के काम कौन आया?किस किस ने देश का सहयोग इस संकट में किया ?गौर करेंगे तो पाएंगे के इस लॉक डाउन की स्तिथि में भारत की बड़ी बड़ी कम्पनियों ने अपना अतुल्य योगदान दिया है जिसमें प्राइवेट सेक्टर के टाटा समूह,विप्रो,अडानी ग्रुप,रिलायंस इंडस्ट्रीज,एस्सार ग्रुप,हीरो साइकिल्स, बजाज ग्रुप,आईटीसी ग्रुप,इंफोसिस ग्रुप,डी सुपरमार्केट चैन,वहीं पब्लिक सेक्टर की इंडियन रेलवे,स्टेट बैंक ऑफ इंडिया,बैंक ऑफ बड़ौदा आदि के सभी एम्प्लोयी ने अपने एक एक दिन का वेतन दिया।रही फिल्मी हस्तियों की बात तो इसमें अक्षय कुमार,प्रभास,रामचरण,अल्लू अर्जुन,हेमा मालिनी,सन्नी देओल ,रजनीकांत आदि ने योगदान दिया।क्रिकेट जगत के भी सितारे इसमें शामिल हैं जैसे सचिन तेंदुलकर,सौरव गांगुली,सुरेश रैना आदि ने सहयोग दिया ।
अब कुछ प्रसिद्ध मंदिरों की बात करें तो इसमें शिरडी साईं मंदिर,सोमनाथ मंदिर,वैष्णो देवी मंदिर ट्रस्ट, आदि ने अपना खज़ाना खोला। इस तरह से देश की मुसीबत में हर अपने ने भले ही छोटा सही अंशदान जरूर दिया है।
दूसरी ओर भारतीय बाजारों से करोड़ों अरबों का बिजनेस करने वाली विदेशी कम्पनियों की बात करें तो इनका अभी तक कोई आर्थिक योगदान नहीं आया है।जबकि यह कम्पनियां तरह तरह की ऑनलाइन सेल से,फूड डिलीवरी से,जंक फूड व्यापर ,ऑटोमोबाइल सेक्टर से ,मोबाइल फ़ोन बिक्री सेक्टर से करोड़ों का धन लाभ हमारे देश से अर्जित कर रही हैं।
यह समय एक विश्लेषण का है जो आपको बताता है के विपत्ति के समय स्वदेशी कम्पनियां,और अपने ही देश के ही लोग आपके काम आ रहे हैं।कई बार युवा वर्ग बड़े ब्रांड्स के चक्कर में इंडियन ब्रांड्स को नजरअंदाज कर देता है उनसे खरीदारी नहीं करता ।और इस तरह से हमारी अर्थव्यवस्था भी डगमगा जाती है।
ऐसे में यदि देश का हर एक व्यक्ति ठान ले के वो अब से उस कंपनी को पहली प्राथमिकता देगा जो कम्पनियां मुसीबत में हमारे साथ खड़ी हैं तो ऐसी स्तिथि में देश की अर्थ व्यवस्था भी सुधरेगी और देश का पैसा देश में ही रहेगा।कुछ तो अर्थव्यवस्था सुधारने की ये अनूठी पहल हम देशवासी भी कर सकते हैं।