महापौर हमला: अब तक कुल 11.5 लाख सेलफोन की गई स्कैनिंग
नागपुर में अब तब 11.5 लाख सेल फोन की स्कैनिंग शुरू करने से लेकर इसे घटाकर 2.5 लाख तक और आखिर में 250 संदिग्धों की जांच के लिए नागपुर क्राइम ब्रांच नागपुर के मेयर संदीप जोशी की गोलीबारी मामले में कोई कसर नहीं छोड़ रही हैं। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) डॉ. नीलेश भरने और पुलिस उपायुक्त (डिटेक्शन) गजानन राजमने के नेतृत्व में सिटी क्राइम ब्रांच यूनिट ने पिछले 10 वर्षों में भारतीय शस्त्र अधिनियम के तहत दर्ज सभी अपराधियों की जांच की है और अभी भी जारी हैं। जांच को लगभग 44 दिन हो चुके है।
रूट मैपिंग, ह्यूमन इंटिलीजिएंस, मॉडर्न टेक्नोलॉजीज के उपयोग और संभावनाओं को शून्य करने में उच्च तकनीक वाले गैजेट्स के अलावा, क्राइम ब्रांच ने अन्य क्षेत्रों के विशेषज्ञों से भी सहयोग लिया है। क्राइम ब्रांच के अधिकारियों ने 73 संदिग्ध बाहरी लोगों की भी जांच की है। जो जोशी पर हुए हमले के दौरान घटनास्थल के आसपास थे। इन लोगों में महाराष्ट्र के अलावा मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ के लोग भी शामिल हैं, जिन्हें पूछताछ के लिए शहर लाया गया था।
16 दिसंबर और 17 दिसंबर, 2019 की रात के समय मेयर के वाहन टोयोटा फॉर्च्यूनर पर दो मोटरसाइकिल सवार लोगों द्वारा फायरिंग के बाद मेयर जोशी की जान बच गई थी। यह घटना तब हुई जब जोशी अपनी 24वीं शादी की सालगिरह मनाकर घर लौट रहे थे। ऑरेंज सिटी के बाहरी इलाके में गोलियों द्वारा दो कांच की खिड़कियों और कार के पिछले विंडशील्ड क्षतिग्रस्त हुआ था, लेकिन इस दौरान जोशी को चोट नहीं आयी थी। उन्होंने तुरंत कार को रोका और नागपुर पुलिस के उच्च अधिकारियों को जानकारी दी थी।