महानगर पालिका की पहली बार हो रही आनलाईन मीटिंग में भले ही पहले दिन कुछ टैक्निकल प्रोब्लेम्स के चलते उसे सस्पेंडेड रखी गई हो,लेकिन शुक्रवार को कुछ समय के लिए वरिष्ठ पार्षद दयाशंकर तिवारी ने स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा करने के दौरान फिर टैक्निकल प्रोब्लेम्स आई खैर सभी लोगों ने अपने अपने सुझाव दिए ।
वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ पार्षद प्रफुल्ल गुड्धे ने सभागृह लेने की तारिख तय करने से पहले कोरोना के विषय में उपयुक्त फैसिलिटीज सुनिश्चित करने की दिशा में एक समन्वय समिति का गठन करने का सुझाव दिया गया। सत्तापक्ष के नेता और विपक्ष नेता के सलाह के बाद महापौर जोशी ने कोरोना पर प्रशासन के साथ समन्वय के लिए एक समिति गठित करने के आदेश दिए।
महापौर जोशी के आदेश से उनकी अध्यक्षता में 21 सदस्यों की समिति का गठन हुआ है। 24 अगस्त 2020 को कोरोना पर समन्वय करने, चर्चा करने तथा निर्णय लेने के लिए शासन के साथ समिति की मीटिंग होगी।इसके बाद भी आवश्यकतानुसार मीटिंग्स ली जाएगी।
महापौर द्वारा दिए गए दिशा निर्देशों से मीटिंग नियमित होने तक समिति कार्यान्वित रहेगी।शुक्रवार को फिर से एक बार आनलाईन महासभा की कार्यवाही की शुरुआत हुई थी।।जिसमें पार्षद तिवारी की तरफ से लगभग एक घंटे तीस मिनिट तक स्थगन प्रस्ताव के माध्यम से कोरोना संक्रमण को लेकर शहर भर में हॉस्पिटल्स और पेशेंट्स की स्थिति तथा मनपा की ओर से किए जा रहे उपायों पर चर्चा की गई।
भाजपा के वरिष्ठ पार्षद दयाशंकर तिवारी के निशाने पर थे मनपा आयुक्त मुंढे।और इसके साथ ही वो शुक्रवार को भी कोरोना महामारी को लेकर स्थगन प्रस्ताव पेश करते हुए आयुक्त की कार्यप्रणाली को लेकर नाराजगी जताई।उन्होंने कहा कि जून में सभा में मामला उठाया गया उसके बाद कोविद केअर सेंटर का निर्माण किया गया।शहर में कोविड हॉस्पिटल्स की कैपेसिटी 2100 है।जबकि प्रतिदिन 1000 से ज्यादा मरीज निकल रहे हैं।
आगे उन्होंने कहा कि कुछ प्राइवेट संस्थाएं कोविड केयर चलाने की इच्छा ज़ाहिर कर रही है।लेकिन उन्हें खुद डॉक्टर्स और नर्सों का इंतजाम करने को कहा जा रहा है ,जबकि उन्हें महानगर पालिका की तरफ से डाक्टर्स उपलब्ध करवाना चाहिए।
आगे अपनी बात जारी रखते हुए कहा कि कुछ प्राइवेट हॉस्पिटल्स ने मरीजों से लाखों रुपए वसूल किए हैं। लेकिन केवल 2 हॉस्पिटल्स पर ही कार्रवाई करके ही आयुक्त पीठ थपथपा रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसी थर्ड पार्टी की नियुक्ति की जानी चाहिए ताकि सही तरीके से कार्यवाही हो सके।