गुरु नानक देवजी से प्रेरित हो नागपुर के जमशेद सिंह कपूर चला रहे हैं लंगर ऑन व्हील्स
मानव की सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है नागपुर के एक सिख जिनकी आयु 41वर्ष है जिनका नाम है जमशेद सिंह कपूर आप इन्हे नागपुर की सड़कों पर टू व्हीलर पर रोज जरूरतमंदों को खिचड़ी बांटते देख सकते हैं। दरअसल कपूर ये मोबाइल लंगर सेवा पिछले कई वर्षों से चला रहे हैं।यहां तक कि कोरोना जैसी इतनी बड़ी महामारी के दौरान भी उनका यह मिशन जारी है।
जमशेद जमशेद सिंह ने नागपुर में यह सेवा सन 2013 में शुरू की थी।पहले सिर्फ गरीब और वंचित लोग ही उनसे खाना लेते थे. किंतु कोरोना लॉकडाउन में रेस्तरां-होटल बंद होने की वजह अब सभी वर्गों के लोगों को इस मोबाइल लंगर से दाल-खिचड़ी लेते देखा जा सकता है.कपूर इस लंगर के तहत जगह-जगह जाकर हर दिन सैकड़ों लोगों को दाल खिचड़ी बांटते हैं. उनका कहना है की कुछ लोग कच्चे चावल और दाल से उनकी मदद करते हैं जिससे की उनका मिशन चलता रहे.
गुरु नानक देव जी से मिलती है प्रेरणा
उन्होंने बताया कि सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव जी 1512 में नागपुर आए थे एवम यहां स्थानीय आदिवासियों को उन्होंने लंगर की सेवा उपलब्ध कराई थी .
और जमशेद सिंह ने एक और बात सांझा की जिसमे बताया की उनसे खाना लेने वाले एक भिखारी ने कपड़ों से भरा एक थैला सौंपा था और कहा था कि उसकी मौत के बाद ये थैला खोलें और इसमें जो कपड़े हैं वो जरूरतमंदों को बांट दिए जाएं. भिखारी की मौत के बाद कपूर ने वो थैला खोला तो हैरान रह गए, थैले में कपड़ों के साथ 25,000 रुपए भी थे. अब उसी राह पर चल दिए हैं जमशेद सिंह कपूर जिन्हें लगता है कि लोगों की सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है और किसी का पेट भरना सबसे बड़ा पुण्य और वे ऐसा करके समाज के प्रति अपना उत्तरदायित्व निभा रहें हैं।