किसानों के लिए खबर : प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत संतरे और खट्टे फल शामिल
नागपुर : जिला अधीक्षक कृषि अधिकारी मिलिंद शेंडे ने बताया कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत पुनर्गठित जलवायु आधारित फल फसल बीमा योजना में जिले में संतरे और खट्टे फलों को शामिल किया गया है।
नारंगी फसल के लिए उमरेड, कलमेश्वर, कटोल, कमाठी, कुही, नरखेड़, नागपुर ग्रामीण, परशिवानी, भिवापुर, रामटेक, सावनेर, हिंगना के 12 तालुकों में अधिसूचित राजस्व बोर्ड तथा कलमेश्वर, कटोल, नरखेड़, नागपुर ग्रामीण के 5 तालुकों में अधिसूचित नुकसान। साइट्रस फसल के लिए सावनेर प्रभावित किसानों को बीमा कवर दिया जाता है। अधिसूचित क्षेत्र में उधारकर्ता और गैर-उधारकर्ता इस योजना में भाग ले सकते हैं।
यह योजना प्राकृतिक आपदाओं एवम प्रतिकूल मौसम की स्थिति से प्रभावित किसानों को बीमा सुरक्षा प्रदान करने के लिए लागू की गई है। इस योजना के लिए रिलायंस जनरल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड का चयन किया गया है।
अधिसूचित फसलों के लिए वैकल्पिक है। अधिसूचित क्षेत्र में कबीले या पट्टे के आधार पर खेती करने वाले किसान भाग ले सकते हैं। बीमा 4 हेक्टेयर क्षेत्र की सीमा तक पंजीकृत किया जा सकता है।1 वर्ष में एक ही सीजन के लिए बीमा कवर के लिए आवेदन कर सकते हैं।उत्पादक का मतलब है कि 3 वर्ष पूरे कर चुके बागों को बीमा कवर द्वारा कवर किया जाएगा।कर्जदार तथा गैर कर्जदार किसानों के पास आवेदन करने के लिए 30 जून तक का समय है।
इसके लिए आप अपने नजदीकी कृषि विभाग के कार्यालय में संपर्क कर पूरी जानकारी ले सकते हैं।यदि फल फसलों के लिए ऋण लेने वाले किसान इस योजना में भाग नहीं लेना चाहते हैं, तो वे समय सीमा के 7 दिनों के भीतर अपने ऋण बैंक को बीमा प्रीमियम न काटने की घोषणा प्रस्तुत करके सूचित करें।
आप दोनों फसलों के लिए 4,000 रुपये प्रति हेक्टेयर के हिसाब से प्रीमियम देकर भाग ले सकते हैं।जिला कृषि अधीक्षक मिलिंद शेंडे ने इस योजना में भाग लेने के लिए अपने नजदीकी बैंक,आपके सरकारी केंद्र तथा कृषि विभाग के कार्यालय से संपर्क करने की अपील की है.