सर्वोच्च न्यायालय ने दिया था शालाओं को पोषण आहार वितरण करने का आदेश , कल्मेश्वर और मौदा तालुका ने किया १०० प्रतिशत वितरण
नागपुर :कोरोना वायरस संक्रमण के चलते देशभर में लॉक डाउन चल रहा है।वायरस संक्रमण को रोकने के लिए जिले की ज्यादातर सभी शालाओं को १६ मार्च के बाद बंद कर दिया गया था।
राज्य के सभी शालाओं में सरकार द्वारा पोषण आहार भिजवा दिया गया था।ना कि सिर्फ मार्च का बल्कि अप्रैल और मई माह का भी पोषण आहार शालाओं को सप्लाई कर दिया गया था।
किन्तु कोरोनावायरस संक्रमण के चलते शालाएं बंद होगयी इसी के चलते सर्वोच्च न्यायालय ने राज्य की शालाओं को बच्चों को पोषण आहार वितरित करने के आदेश दिए थे।जिसमे नागपुर में लगभग ६० -६१ जिले कि शालाओं में सर्वोच्च न्यायालय के आदेशानुसार पोषण आहार बच्चों को वितरित कर दिया गया है।
सूत्रों के अनुसार ऐसा बताया जा रहा है के शहर के कल्मेश्वर और मौदा तालुका शाला ने तो पोषण आहार लगभग १०० प्रतिशत वितरित कर दिया है।
इसके अलावा कुछ तालुका जहां सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशानुसार वितरण का कार्य प्रगति पर है इनमें से जो तालुका वितरण कर चुकी है वह इस प्रकार है- नरखेड,कटोल,उमरेड,कामठी,हिंगना,मौदा,कुही, पारशिवनी,रामटेक,सावनेर,भिवापुर,कल्मेश्वर , नागपुर ग्रामीण।वैसे जिले में १९१७ में से लगभग ११६५ शालाओं में वितरण कार्य हो चुका है।पोषण आहार का वितरण शाला वर्ग १ से लेकर ८ वर्ग तक के विद्यार्थियों को वितरण किया जाना था।
सर्वोच्च न्यायालय का यह भी आदेश है के को शिक्षक शिक्षिका या मुख्याध्यापक पोषण आहार वितरण करने में असमर्थ होंगे उन पर कार्यवाही की जाएगी।