COVID-19 Treatment:- केजरीवाल बोले- नतीजे उत्साहजनक,4 कोरोना पीड़ितों का हुआ प्लाज्मा थेरेपी से इलाज
राजधानी में कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों पर प्लाज्मा थेरेपी को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Chief Minister of Delhi Arvind Kejriwal) ने शुक्रवार को अहम जानकारी दी। उन्होंने कहा कि लोक नायक जय प्रकाश नारायण अस्पताल में 4 मरीजों पर प्लाज्मा थेरेपी का ट्रायल किया गया, जो उत्साहजनक रहे हैं।
प्लाज्मा थेरेपी को लेकर डॉक्टरों के प्रयास को सराहा
सीएम केजरीवाल ने कहा कि पिछले हफ्ते हमें केंद्र सरकार से इजाजत मिली थी कि जो कोरोना के सबसे सीरियस मरीज हैं उन पर प्लाज्मा थेरेपी करके देख सकते हैं कि इसके नतीजे क्या है? LNJP अस्पताल के मरीजों पर यह ट्रायल करने की इजाजत मिली थी। यहां पर भर्ती चार मरीजों पर ट्रायल करके देखा गया है। अभी तक के नतीजे उत्साहवर्धक हैं।
तीन फेज में होती है कोरोना की बीमारी
डॉ. एसके सरीन ने यह भी बताया कि हमने मिलकर एक शुरुआती योजना बनाई थी। आइएलबीएस अस्पताल के पास बहुत अच्छा ब्लड बैंक है। हमारे पास कोरोना की कोई दवाई नहीं थी। 1901 में भी ये प्लाज्मा थेरेपी इस्तेमाल हुई थी। यह बीमारी तीन फेस में होती है। पहला फेज में वायरस आता है। दूसरे फेज में सांस की दिक्कत होती है। तीसरे स्टेज में शरीर की सभी क्रियाओं को यह ठप्प कर देता है, नतीजतन मरीज की मृत्यु हो जाती है।
दिल्ली के 3 और मरीजों को दी जाएगी प्लाज्मा थेरेपी
वहीं, यकृत व पित्त विज्ञान संस्थान (आइएलबीएस) के निदेशक डॉ. एसके सरीन ने भी प्लाज्मा थेरेपी को लेकर उस्ताह जताया है। उन्होंने इस मौके पर कहा कि हमने बहुत सोच समझकर प्लाज्मा थेरेपी का ट्रायल शुरू किया है। 4 मरीजों में उत्साहवर्धक नतीजे देखे हैं और शुक्रवार को 3 और कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों को प्लाज्मा थेरेपी देंगे।
10 मरीजों के ठीक होने पर होगी असली जीत
वहीं,अरविंद केजरीवाल ने एक निजी अस्पताल के प्लाज्मा थेरेपी के इस्तेमाल पर कहा कि उस मरीज को आज अस्पताल से छुट्टी मिल सकती है। अगले 2 से 3 दिन हम ट्रायल करेंगे उसके बाद केंद्र सरकार से पूरी दिल्ली के सीरियस मरीजों को प्लाज्मा थेरेपी देने की इजाजत केंद्र सरकार से मांगेंगे। बहुत सारे लोगों ने डेंगू के लिए ब्लड दिया होगा। जैसे उसमें प्लेटलेट्स निकालते हैं इसी तरह से इसमें प्लाज्मा निकालते हैं और खून शरीर में वापस चला जाएगा।
यह शुरुआती नतीजे हैं, ऐसा नहीं सोचना चाहिए कि हमें करोना का इलाज मिल गया, लेकिन इससे उम्मीद की किरण नजर आ रही है। यह खबर उत्साहवर्धक है। जितने लोग ठीक हो कर घर गए हैं उनके घर फोन आएगा आने-जाने के लिए हम आपके घर पर गाड़ी भेज देंगे। जो लोग ठीक हो कर घर आ गए हैं उनसे हाथ जोड़कर निवेदन कि आप लोग बहुत से लोगों की जान बचा सकते हैं।
डॉ. एसके सरीन ने लोगों से प्लाज्मा डोनेट करने की अपील भी की, साथ ही कहा कि डोनर को नुकसान नहीं होगा यह हमारी जिम्मेदारी है। लोग आगे आएं, डोनेशन करें प्लाज्मा का। हम मरीज के ऊपर पूरी जी जान से काम करेंगे, संभव है वो ठीक हो जाए। प्लाज्मा थेरेपी बहुत सस्ती है। अगले 10 दिन में हम और नतीजे बता पाएंगे। इसी सप्ताह 4 में से 2 मरीज अस्पताल में से जाने लायक हो सकते हैं। वह मरीज वेंटिलेटर पर जाने की स्थिति में थे। 4 में से 2 मरीजों को मंगलवार को प्लाज्मा दिया गया। 3 दिन बाद उन्हें आईसीयू से निकालकर वार्ड में शिफ़्ट कर देंगे।
डॉ. एसके सरीन ने कहा कि हमें लगता है कि अगर शुरू के 10 मरीज ठीक हो जाएं, तो हमें लीड मिल सकती है।इस थेरेपी के बहुत से फायदे हैं। जिनको कोरोना हुआ वह लोग रिकवर हुए अगर वह प्लाज्मा देंगे तभी यह प्लाज्मा थेरेपी आगे बढ़ सकेगी। डोनर की सुरक्षा हमारे लिए सबसे ज्यादा जरूरी है।