बावनकुले फिर संघटक की भूमिका मे : प्रदेश कार्यकारिणी मे महामंत्री
नागपुर:- भारतीय जनता पार्टीने एक समय कामठी विधानसभा की उम्मीदवारी पूर्व ऊर्जा मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले को नहि दि थी, ने अब उन्हें अपना महामंत्री नियुक्त किया है। अध्यक्ष के बाद संगठन में महामंत्री का महत्वपूर्ण स्थान होता है। विशेष यह, कि वरिष्ठ नेता एकनाथ खडसे और पूर्व मंत्री विनोद तावड़े को पार्टी द्वारा अभी भी वेटिंग रखकर उनकी नाराजगी बरकरार रखी है ऐसी चर्चाएं जारी है।
जब वे ऊर्जा मंत्री थे, तब कैबिनेट और पार्टी में बावनकुले की अच्छी छवी थी। एक ऊर्जावान नेता के रूप में उनकी कार्यशैली की भी काफी प्रशंसा की गई। उन्हें नागपुर सहित भंडारा और बाद में वर्धा जिलों की पालकता सौंपी गई थी। हालांकि, उनके वरिष्ठ अचानक उनसे नाराज हो गए। उन्होंने तीन बार चुने जाने के बाद भी कामठी से चुनाव लड़ाने से इनकार कर दिया। हालांकि, बावनकुले ने हरसमय संयम बरता।
पार्टी के खिलाफ कोई टिप्पणी नहीं की। इस बीच, चर्चा थी कि शिवसेना और एनसीपी ने उन्हें कुछ प्रस्ताव दिये थे। यह भी तर्क दिया गया था कि बावनकुले को बाद की विधान परिषद के चुनाव मे मौका दिया जाएगा। पर अब, कार्यकारिणी में एक महत्वपूर्ण स्थान देकर, भाजपा ने संकेत दिया है कि बावनकुले के खिलाफ पार्टी कई नाराजगी दूर हो गई है।
कार्यकारिणी में नागपुरवासी:
प्रदेश कार्यकारिणी में पूर्व महापौर अर्चना देहनकर, मंत्री, एडवोकेट धर्मपाल मेश्राम कोषाध्यक्ष, पूर्व महापौर कल्पना पांडे शिक्षक सेल, मिलिंद कानडे आर्थिक, श्याम चांदेकर विनकर, जयसिंह चव्हाण दिव्यांग प्रकोष्ठ, संजय भेंडे सहकार, विश्वास पाठक मीडिया प्रमुख (मुंबई), संजय फांजे प्रदेश कार्यालय संयुक्त मंत्री ऐसे स्थान दिए गए हैं।