आयुक्त के प्रति क्यों बढ़ रहा व्यापारियों में गुस्सा?
नागपुर:- आयुक्त मुंढे ने व्यापारियों को 18 अगस्त तक कोरोना परीक्षण करने का आदेश जारी करने के बाद, परीक्षण के लिए केंद्र में जाने वाले व्यापारियों और उनके कर्मचारियों को किट उपलब्ध नहीं होने के कारण वापस भेज दिया गया। तो व्यापारियों ने कहना है, “पहले परीक्षण की सुविधाए रखे, फिर धमकी दें।” कुछ व्यापारियों ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि आयुक्त के निर्णय का स्वागत है, लेकिन उनको तथ्यो से अवगत भी होना चाहिए।
मुंढे ने व्यापारियों को 18 अगस्त तक कर्मचारियों के साथ खुद का परीक्षण करने के निर्देश दिए है। अन्यथा कार्रवाई की चेतावनी भी दी। कोरोना के मद्देनजर, कुछ महीनों की आय पहले ही कम हो गई है, और अब ऑड इवन से यह जारी ही है जिससे असंतुष्ट व्यापारी आयुक्त के फैसले से नाराज हैं।
परीक्षण केंद्र पर परीक्षण किट की अनुपलब्धता से यह गुस्सा और अधिक बढ़ गया। कमिश्नर के आदेश के बाद, व्यापारियों ने कल से परीक्षण के लिए निगम के परीक्षण केंद्र जाना शुरू कर दिया। लक्ष्मीनगर जोन में आरपीटीएस परीक्षण केंद्र पर क्षेत्र के कुछ व्यापारी और कर्मचारी भी परीक्षण के लिए गए। लेकिन वहां मौजूद महिला चिकित्सा अधिकारी ने व्यापारियों को बताया कि परीक्षण के लिए आवश्यक किट उपलब्ध नहीं।
निर्देशों का पालन करने वाले व्यापारियों को परीक्षण की सुविधा नहीं होने के कारण वापस लौटना पड़ा। कल भी, कुछ व्यापारी इस केंद्र पर गए। उन्हें भी किट नहीं बताया गया। इसलिए, चूंकि लगातार दो दिनों तक परीक्षण केंद्र में कोई किट नहीं, तो 18 अगस्त तक परीक्षण कैसे होगा? इस सवाल ने व्यापारियों की नींद उड़ा दी है। व्यापारी आयुक्त के निर्देशों का पालन करने के लिए तैयार है। पर प्रशासन कि भी कुछ जिम्मेदारियां हैं जो पुरी होती दिखाई नहीं दे रही।
इधर 18 अगस्त नजदीक आ रहा, व्यापारियों ने आयुक्त को तथ्यों के आधार पर निर्णय लेने की आवश्यकता व्यक्त की। अगर कोई सुविधा नहीं है, तो 18 वीं तक कैसे जांच करवाए? व्यापारियों द्वारा इस तरह के सवालो से गुस्सा जाहिर किया जा रहा है।
आयुक्त का दावा झूठा: आयुक्त ने 3 अगस्त को शहर में 21 स्थानों पर कोरोना परीक्षण के लिए सेवा केंद्रों का लाभ उठाने के लिए नागरिकों से अपील की थी। हालांकि, पिछले दो दिनों से आरपीटीएस परीक्षण केंद्र में किटों की कमी के कारण आयुक्त का यह दावा फेल होता दिख रहा है।
पूर्व पार्षद, गोपाल बोहरे कहते हैं व्यापारियों के तकरारें आने पर परीक्षण केंद्र का दौरा किया। वहा अधिकारियों ने कोई किट नहीं होने की बात बताई थी। नगर निगम को दुकानदारों के साथ-साथ उनके कर्मचारियों का परीक्षण करने के लिए एक वैन में एक मोबाइल परीक्षण केंद्र शुरू करना चाहिए।