कार्यालय से नदारद सरकारी कर्मचारी! क्या है वजह?
नागपुर:- नगर निगम और नागपुर पुलिस ने संयुक्त रूप से सभी सरकारी कार्यालयों के कर्मचारियों को शहर के नागरिकों के ऑक्सीजन परीक्षण प्रक्रीया में भाग लेने का आदेश दिया है। नतीजतन, कर्मचारियों की कमी के कारण शुक्रवार को लगभग सभी सरकारी कार्यालय के कामकाज बंद थे।
कोरोना के कारण, पहले ही केवल 15 प्रतिशत कर्मचारियों को काम करने की अनुमति है। उसपर ऑक्सीजन परीक्षण के लिए उन्हें काम में लगाया जा रहा है। परिणामस्वरूप, दिनभर लोक निर्माण विभाग में कोई कर्मचारी मौजूद नहीं था। पुलिस स्टेशन के सभी कर्मचारियों को उपस्थित रहने का निर्देश दिया गया है। सभी को फोन करके थाने बुलाया जा रहा है।
लगातार फोन आने के कारण कर्मचारियों को अपना काम छोड़कर थाना पहुँचना पड़ा। शहर में कुल 28 पुलिस स्टेशन हैं। सुबह, सरकारी कार्यालयों में किसको कौनसा थाना मिला यही चर्चाए हुई। विश्वविद्यालय के कर्मचारियों को भी बुलाया गया है। उन लोगों के लिए भी आदेश जारी किए गए हैं, जो स्थानांतरित हुए उनके बदले जो आए उन्हें ऑक्सीजन परीक्षण के लिए बुलाया गया है।
कोरोना की बढ़ती घटनाओं को रोकने के लिए, मधुमेह, उच्च रक्तचाप आदि के साथ वरिष्ठ नागरिकों को की ऑक्सीजन स्तर का परीक्षण किया जाएगा। नगर निगम, जिला कलेक्टर कार्यालय और गैर-सरकारी संगठनों के प्रतिनिधि घर-घर जाकर जांच करेंगे।
सुरक्षा का क्या?
हमें घर-घर जाकर ऑक्सीजन की जांच करने कहा गया है । यह अपील की जा रही है कि कोरोना के समय आवश्यक कार्यों के अलावा कोई भी घर से बाहर नहीं निकले। दूसरी ओर, लोगों को समूह बनाकर घर घर जाने के लिए कहा जा रहा है। इसके लिए कोई सुविधाए भी नहीं दी जा रही है। स्टाफ सवाल कर रहा है कि इस बीच, अगर कोई कोरोना से संक्रमित होता है तो कौन जिम्मेदार होगा।