EducationInformativeNagpur Local
परीक्षा को लेकर खड़ा हो रहा था विवाद ,पर NTA ने सोशल डिस्टैंसिंग के साथ करवाई JEE की परीक्षा
दरअसल पिछले दिनों पूर्व विदर्भ में बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हुए थे जिसके मद्देनजर शैक्षणिक कार्यकर्ता नितेश बावनकर ने जेईई परीक्षा आगे बढ़ाने की मांग को लेकर हाईकोर्ट में दाखिल की थी। इस याचिका पर मंगलवार को सुनवाई हुई लेकिन आदेश में कोई परिवर्तन की राहत नहीं मिली।जो विद्यार्थी बाढ के कारण परीक्षा नहीं दे पाए,उन्हें जिलाधिकरी के पास आवेदन करने के आदेश देते हुए केंद्र व राज्य सरकार को डिसिजन लेने का स्पष्ट किया।मंगलवार व बुधवार को प्रात: 9 बजे से शहर के 2 सेंटर्स पर JEE परीक्षा हुई। इसमें बहुत से छात्रों ने हिस्सा लिया।कोरोना संक्रमण को देखते हुए सभी नियमों निर्देशों का पालन किया गया।
नेशनल टेस्टिंग एजेन्सी (NTA) ने केंद्र सरकार की गाइड लाइन के अनुसार सोशल डिसटेंसिंग सहित अन्य नियमों व निर्देशों का पालन किया।पहले दिन आर्किटेक्ट विषय की प्रवेशपरीक्षा हुई पर विद्यार्थियों की संख्या कम थी, किन्तु बुधवार को बीई, बीटेक विषय के लिए परीक्षा होने से विद्यार्थियों की भारी भीड़ उमड़ी।परीक्षा में सेनेटाइजेशन सहित अन्य सतर्कता भी बरती गई।इसी कारणवश विद्यार्थियों को भी परेशानी नहीं हुई।
IITसहित समकक्ष पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए JEE Mains ली जाती है।इसमें सिलेक्टेड स्टूडेंट्स JEE ADVANCE के लिए क्वालिफाय होगे।
अभी स्टूडेंट्स गत 2 दो वर्षों से JEE की तैयारी में लगे हुए थे, पर अब कोरोना की वजह से अनिश्चिता की स्तिथि बन गई है।यह परीक्षा लगभग चार महीने लेट हो रही है जिससे बहुत से छात्रों उदासी आ गयी है।
वैसे कई पॉलिटिकल पार्टीज ने परीक्षा पोस्टपोन करने की भी मांग की थी। परन्तु सभी तैयारी पूरी होने की वजह से नेशनल टेस्टिंग एजेंसी को अधिक समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ा ।