3 दिनों के बाद बोले मुंढे: एकसाथ 106 से मिला
नागपुर:- निगम के कवि सुरेश भट सभागृह की आम सभा में पिछले 4 दिनों, सत्तारूढ़ पार्टी के सदस्यों ने मुंढेपर तरह तरह के आरोप लगाए, कल कमिश्नर अपना जवाब देने जा रहे थे, तो अधिकारियों सहित सभी मे उत्सुकता थी कि वह क्या कहेंगे। उन्होंने एक-एक कर आरोपों को खारिज किया। इस बीच, जैसे ही सत्ता पक्ष के सदस्यों ने उन्हें बीच में रोका, संघर्ष की स्थिति पैदा हो गई और सत्ता पक्ष और विपक्ष दो बार आमने-सामने आ गए। अंत विपक्ष समूह ने सभात्याग किया।
मुंढे ने कहा कि सदस्यों ने आरोप लगाया कि वह उनसे नहीं मिलते या फोन नहीं उठाते। बल्की वह एक ही समय में 106 सदस्यो से मिले। उस समय इस पर विस्तृत चर्चा हुई। उसके बाद भी आए हुए सदस्यों से भी मिले। लेकिन कोरोना के हालात निर्मित होने के बाद से मैं किसी से नहीं मिला। युद्धजन्य स्थिति के कारण फोन भी नहीं उठाए। शहर में विकास कार्य ठप हो गए हैं, इन आरोपों को खारिज करते हुए उन्होंने कहा कि काम के लिए बिलों का भुगतान करने के लिए कोई पैसा नहीं है।
ऐसी स्थिति में नई देनदारी नहीं बनती है, इसलिए काम शुरू होने के अलावा अन्य सभी काम रोक दिए गए हैं। इसपर विधायक प्रवीण दटके ने आपत्ति जताई और पूछा कि क्या इस संबंध मे लिखित परिपत्र जारी किया गया है। इस मुद्दे पर दटके और कांग्रेस के कमलेश चौधरी आमने-सामने आ गए। वरिष्ठ सदस्य प्रफुल्ल गुडधे की मध्यस्थता से तर्क बंद हो गया। आयुक्त ने कहा कि 19 मार्च को परिपत्र जारी किया गया था। लेकिन दटके और विपक्षी नेता तानाजी वनवे ने फिर से आपत्ति जताई क्योंकि इसमें पुराने कार्यों का उल्लेख नहीं था।
दयाशंकर तिवारी और परिणीता फुके के डॉ प्रवीण गंटावार पर किए आरोपों के बारे में आयुक्त ने कहा कि बॉम्बे हॉस्पिटल एक्ट के अनुसार, यदि अधिकारी एनपीए नहीं लेता है, तो वह निजी तौर पर प्रैक्टिस कर सकता है। उन्होने 12 दिसंबर, 2019 की एक याचिका का हवाला दिया, शीलू चिमुरकर-गंटावार ने बिना उपस्थित हुए मस्टर पर हस्ताक्षर किए।
इसपर ऐसा नहीं किया गया है, यह कहते हुए कि उनकी 81 दिन की अवैतनिक छुट्टी काट दी गई बताया। एक परिवार को क्वारंटाइन करते अन्य सदस्य को 3 दिन बंद करने के मामले में आयुक्त ने कहा कि उनके घर रोज निगरानी की जाती रही, खुद रसोई पकाकर खाना एवं अन्य सब ठिक चल रहा था ऐसा पड़ोसी देवांगन ने भी उन्हें बताया था।
झूठ बोल, कल्पनाकथाए बताकर अपनी छवि गढ़ने के आरोप पर मुंढे ने कहा कि पहले पॉजिटिव्ह व्यक्ति के पाए जाने के बाद, रेलवे विभाग ने “उस” बोगी में सभी यात्रियों की जानकारी ली। इसमें तीन या चार प्रभावित लोग पाए गए। उसके बाद, उनके संपर्क में आए 260 लोगों को सतर्क किया गया। नाईक तलाव क्षेत्र में बिरयानी पार्टी के बारे में, उन्होंने कहा, “16 संक्रमित रोगियों को खोजने के बाद, वहां के लोगों ने कहा कि हम कॉरंटाइन के लिए तैयार हैं।
लेकिन जीन लोगो ने बिरयानी पार्टी की, पहले उनके खिलाफ कार्रवाई करें,” ऐसा उन्होंने तीन अधिकारियों को बताया। उन्होंने कहा कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग मनपा टिम करती है पुलिस नहीं, इसकारण उन्हें जानकारी नही होगी, कंटेनमेंट के बारे मे केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा दिए गए दिशा-निर्देशों के अनुसार ही कार्य किया जा रहा है। इस संबंध के खर्चे की भी जानकारी दि गई
सरकार के सुझाव के बाद भी शराब की दुकानें न खोलने वाला निर्णय केवल भीड़ से बचने के लिए स्थानीय रूप से लिया गया था। इसके तुरंत बाद, अन्य शहरों में मरिजो की संख्या में वृद्धि हुई और नागपुर की संख्या सीमित रही। उन्होंने सदन को यह भी बताया कि कॉरंटाइन केंद्र और केयर सेंटर स्थापित करने का निर्णय अकेले उनके द्वारा नहीं लिया गया था, बल्कि संभागीय आयुक्त, पुलिस आयुक्त, कलेक्टर, मेयो और मेडिकल अधिकारियों के परामर्श से किया गया था।