मुंढे के समर्थकों के खिलाफ आरोप दर्ज
नागपुर: पूर्व नगर आयुक्त मुंढे की विदाई के दौरान नारे लगाते हुए सड़क जाम करनेवाले मुंढे समर्थक और नगरसेवक कमलेश चौधरी और राकांपा के पूर्व उपाध्यक्ष वेद प्रकाश आर्य सहित 125 लोगों के खिलाफ सीताबर्डी पुलिस ने मामला दर्ज किया है। मुंढे के स्थानांतरण के बाद, वह शुक्रवार सुबह मुंबई के लिए नागपुर से रवाना हुए। आर्य और चौधरी सहित सैकड़ों समर्थक मुंडे के सिविल लाइंस स्थित “तपस्या” आवास के सामने एकत्रित हुए और उन्हें विदाई दी। इस समय समर्थकों ने हाथ में बैनर लेकर जमकर घोषणाए दि। इससे यातायात भी बाधित हुआ। उस समय उन्होंने सोशल डिस्टेंस का भी पालन नहीं बरता। इतना ही नहीं, कुछ समर्थकों ने पुलिस से बहस भी की। सीताबर्डी पुलिस ने समर्थकों के खिलाफ आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत बगैर अनद भीड़ इकट्ठा करने, घोषणाएं करने, सड़कों को अवरुद्ध करने, नियमों का उल्लंघन करने और पुलिस के साथ बहस करने के लिए मामले दर्ज किए हैं। नगर आयुक्त के रूप में कोरोना प्रसार को नियंत्रित करने की कोशिश करते मुंढे का, राज्य सरकार ने 26 अगस्त को महाराष्ट्र जीवन सचिव के सदस्य सचिव के रूप में स्थानांतरन कर दिया। अचानक हुए बदलाव से वह खुद और नागपुर के लोग भी हैरान रह गए। इससे पहले, 24 अगस्त को उनकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव्ह आई थी और वह नागपुर में ही कॉरंटाइन थे। हाल ही में दोबारा परीक्षण के बाद कोरोना की रिपोर्ट नकारात्मक आई। अब मुंढे को महाराष्ट्र जीवन प्राधिकरण सचिव के सदस्य सचिव के रूप में किया स्थानांतरण भी रद्द कर दिया गया है।