कोरोना की तीसरी लहर में बच्चों को खतरा,नागपुर के मेडिट्रिना हॉस्पिटल को मिली वैक्सीन ट्रायल की अनुमति
नागपुर: बढ़ते कोरोना संक्रमण और कोरोना की तीसरी लहर का खतरे भांपते हुए जल्द ही बच्चों के लिए कोरोना वैक्सीन का क्लीनिकल ट्रायल नागपुर में किया जाएगा।नागपुर के मेडिट्रिना हॉस्पिटल को क्लिनिकल ट्रायल की अनुमति मिल गई है।इसके मुताबिक ये ट्रायल तीन कैटेगरी में होंगे। हर ग्रुप में 25 बच्चे होंगे।जिनकी उम्र 17 साल से कम की होगी
18 तारीख को परमिशन मिल गई एवम हॉस्पिटल को एक ऑफिशियल लेटर मिल गया है।हॉस्पिटल कमेटी अब क्लीनिकल ट्रायल की तैयारियों पर डिस्कस करेगी। उसके बाद जैसे ही समिति निर्णय करेगी, 2 से 18 के बीच के तीन ग्रुप में से प्रत्येक में 25 बच्चों को शामिल किया जाएगा। समिति 2 से 6, 6 से 12 एवम 12 से 18 वर्ष की आयु के बच्चों का अच्छे स्वास्थ्य वालों का चयन करेगी।
किंतु वास्तविक नैदानिक परीक्षण शुरू होने में कम से कम एक माह का वक्त लगेगा।पलतेवार ने कहा मेडिट्रिना हॉस्पिटल ने पहले कोवैक्सीन का परीक्षण किया है।
नागपुर के डॉ. बाल रोग विशेषज्ञ डॉ वसंत खडतकर के मार्गदर्शन में आनंद राठी, डॉ आशीष ताजने नैदानिक परीक्षण इनकी निगरानी में पांच सदस्यीय टीम द्वारा की जाएगी।
क्लीनिकल ट्रायल को परमिशन मिलने के बाद भारत बायोटेक द्वारा वैक्सीन की डिमांड पूरी की जाएगी।वैक्सीन कैप्सूल मिलने के बाद हॉस्पिटल को क्लिनिकल ट्रायल की सूचना दी जाएगी। वैक्सीनेशन ट्रायल में भाग लेने के इच्छुक लोगों का प्रोसेस के थ्रू रजिस्ट्रेशन किया जाएगा एवम उनका स्वास्थ्य परीक्षण किया जाएगा।उसके पश्चात यह ट्रायल कंपनी के प्रोटोकॉल के अनुसार उनकी सहमति से किए जाएंगे।