कोरोना काल में जनता की जेब पर मार,नागपुर में दलालों ने स्टांप की कीमतें तिगुना तक वसूली
नागपुर: गवर्नमेंट ऑफिसेज में कामकाज स्थगित होने के बाद कलेक्टर ऑफिस नागपुर में बैठे एजेंट्स ने कोरोना महामारी का लाभ लिया है। जो स्टांप 100 रुपये में मिलता है वह स्टांप अब 200 रुपये से 250 रुपये के बीच बिक रहा है।एक एग्रीमेंट के लिए 400 रुपये से 500 रुपये तक लाभ लिया जा रहा है। गत दो महीनो से आम आदमी द्वारा एजेंट द्वारा लूट रहा है।
कलेक्टर ऑफिस में जब काम बंद था तो 100 से ज्यादा एजेंट्स के ऑफिस के बाहर शपथ पत्र और अन्य का काम कर रहे थे। जब स्टाम्प पेपर की बिक्री रोकी गई तो हर एक एजेंट के पास 100 रुपये के 10 से 20 स्टांप पेपर थे।
एक एग्रीमेंट की कीमत साधारण तौर पर 100 रुपये के स्टांप पेपर के साथ 200 रुपये होती है। यहां तक कि मामूली शपथ पत्र बनाने के लिए भी स्टांप पेपर के साथ 600 से 700 रुपये लिए गए।क्योंकि आम आदमी एजेंट्स या बड़े ऑफिसर्स के साथ विग्रह करने का जोखिम नहीं उठा सकता है, उसने अतिरिक्त राशि को जरूरी देय समझ लिया।
और अब इसे कोरोना काल की सबसे बड़ी एवम संगठित लूट भी कहा जा रहा है, जहां ग्राहकों के स्टांप की कीमत तीन गुना से भी ज्यादा वसूली गई।