बाजार बंद मामला! कौनसी दुकानें चले? इतवारी में पुलिस-व्यापारियों के बीच तणाव
नागपुर: मंगलवार को इस बारे में हर जगह भ्रम की स्थिति थी क्योंकि कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए लगाए गए तालाबंदी को लेकर ही भ्रम की स्थिति बनी हुई थी। कुछ स्थानों पर बाजार बंद थे और अन्य जगह में वे खुले थे। शहीद चौक ईतवारी में पुलिस दुकानें बंद कराने गई तो व्यापारीयों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया।
राज्य सरकार द्वारा दिए गए दिशानिर्देशों के अनुसार, आवश्यक सेवाओं और आवश्यक वस्तुओं को छोड़ सभी दुकानों को बंद करना था। लेकिन मंगलवार को सभी प्रमुख बाजारों में दुकानें खुली रहीं। सड़क के खुदरा विक्रेताओं से लेकर खाद्य विक्रेताओं तक, दुकानें खुली थीं। दूसरी ओर, नगर निगम की टीम और पुलिस आवश्यक वस्तुओं और गैर-आवश्यक सेवाओं में न आनेवाली दुकानों को बंद कर रही थी। व्यापारी उन्हें सोमवार को जारी अभिभावक मंत्री द्वारा जारी संदेश की याद दिला रहे थे।
इससे पुलिस के खिलाफ व्यापारीयों का संघर्ष हुआ। इतवारी, महल, जरीपटका, पाचपावली और सकरदरा में व्यापारियों ने दुकानें बंद करने का विरोध किया। व्यापारियों के साथ कार्यकर्ताओं ने शहीद चौक में करोना नियमों का उल्लंघन करते हुए आंदोलन किया। कई व्यापारियों ने कहा कि अगर अप्रैल और मई में त्योहारी सीजन के दौरान दुकानें बंद रहीं, तो व्यापार संकट में होगा। इस बीच, पुलिस ने भीड़ को शांत करने के बाद व्यापारियों ने अपनी दुकानें बंद कर दीं। व्यापारियों ने कमाल चौक, जरीपटका, खामला और अन्य बाजारों में दुकानें शुरू करने की कोशिश की। सक्करदरा और बर्डी इलाकों में व्यापारियों ने आंशिक रूप से शटर खोले थे।
तालाबंदी को लेकर भ्रम की स्थिति के चलते नागरिकों की भी बाजार में भीड़ थी। इसलिए दोपहर तक सभी बाजारों में तालाबंदी नहीं दिखी। निजी कार्यालय भी खुले थे। कई ने आवश्यक वस्तुओं की आड़ में अन्य वस्तुओं को भी बेच दिया।
चाय की दुकान में हलचल: लोग एक ही स्थान पर सक्करदरा, तिरंगा चौक, बर्डी, नंदनवन, महल, इतवारी, गांधीबाग में नाश्ता कर रहे थे, जबकि सड़क के किनारे खाना आदी बेचने वालों को केवल पार्सल देने की अनुमति थी। पर पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई।
जमाबंदी भी नदारद: दिन के दौरान जब जमाबंदी आदेश लागू होता है, तो पानठेले, चाय की गाड़ी या सब्जी बाजार में एक स्थान पर पांच से अधिक लोगों के खड़े होने की तस्वीर होती है। सीताबर्डी इलाके में मोटर चालक एक साथ बैठे दिखाई देते थे। किराना दुकान में भी इस कर्फ्यू का नियम तोडते लोग जमा दिखाई दे रहे थे।