नागपुर:- विसर्जन के दौरान सार्वजनिक स्थानों पर भीड़ ना हो, इसके लिए सभी को घरेलू गणेश का विसर्जन घर में ही करें। इस समय कोरोना महामारी के चलते हर एक को संयम बरतना और नियमों का पालन करना जरूरी है।
बुधवार को नगर भवन में गणेशोत्सव को लेकर प्रशासन की ओर से की जाने वाली तैयारियों के लिए विचार विमर्श और बैठक की गई। इस बैठक में उपमहापौर मनीषा कोठे, स्थायी समिति सभापति पींटू झलके, अति.आयुक्त संजय निपाने, प्रदीप दासवार, उपायुक्त मिलिंद मेश्राम, अधीक्षक अभियंता मनोज तालेवार आदि शामिल थे।
महापौर संदीप जोशी ने कहा कि सरकार के दिशा निर्देशों से गणेशोत्सव सार्वजनिक रूप से मनाते समय नियमों का पालन करना अति आवश्यक है। गणेश प्रतिमा 4 फूट से अधिक ऊंची नहीं होगी।और किसी भी तरह से सार्वजनिक कार्यक्रमों का आयोजन भी नहीं हो सकेगा।इसे मंडलों द्वारा गंभीरता से लेना होगा।गणेश पंडाल को लेकर भी नियम तय है, जिससे प्रशासन को कड़ी मुसीबत उठानी होगी। सभी लोग नियमों का पालन किया जा रहा है या नहीं।इसका ध्यान रखने की हिदायत प्रशासन को दी।
सभी दूकानदारों को भी नियमों का पालन करना है।
ग्रीन विजिल फाऊंडेशन के कौस्तुभ चैटर्जी का कहना है – यदि पीओपी की प्रतिमा हो, तो घरेलू गणेश विसर्जन के दौरान विशेष ध्यान रखना होगा।इसके साथ ही पीओपी के विषय में नियमों का दूकानदारों को पालन करना होगा। वृक्ष संवर्धन समिति के बाबा देशपांडे ने कहा कि कोरोना संक्रमण काल में बड़े पैमाने पर जनजागृति अभियान करना होगा।और अरविंदकुमार रतुडी ने सुझाव दिया कि निर्माल्य जमा कर उसका कम्पोस्ट खाद तैयार करने का होगा। विचार व चर्चा के दौरान संस्थाओं की ओर से कहा गया कि घरेलू गणेश विसर्जन के दौरान सोसाईटी में पूरी व्यवस्था करनी होगी। रोटरी क्लब आफ नागपुर विजन के दिनेश नायडू का सुझाव था के सभी तालाबों में मूर्ति विसर्जन पर रोक लगाई जानी चाहिए ।