नागपुर पुलिस डिपार्टमेंट ने रेडी किया खुद का कोविड सेंटर,आज सीपी करेंगे उदघाटन
नागपुर शहर में बढ़ते कोरोना मामलों के चलते पुलिस विभाग भी धीरे धीरे इसकी चपेट में आते जा रहा है।अब तक कोरोना 1386 वॉरियर्स पुलिस कर्मी संक्रमित हो चुके हैं।इसके साथ ही कोरोना संक्रमण से कुल 15 पुलिस ऑफिसर्स की मौत हो चुकी है।यहां तक कि प्राइवेट हॉस्पिटल्स में पुलिस कर्मियों के लिए बेड उपलब्ध नहीं होने के कारण उनकी मृत्यु हो रही थी इसी वजह से पुलिस विभाग ने अपना कोविड सेंटर रेडी किया है (Image used for representation purpose only)
एडवांस सुविधाओं से लेस यह सेंटर के बन जाने से पुलिस डिपार्टमेंट के कर्मचारियों को काफी राहत मिल सकती है।सीपी अमितेशकुमार के आदेश पर डीसीपी (क्राइम ब्राच) गजानन राजमाने और पुलिस वैद्यकिय अधिकारी डॉ. संदीप शेंडे ने पुलिस हॉस्पिटल में 5 दिनों के अंदर कोविड सेंटर का निर्माण किया ।
पुलिस हॉस्पिटल के कोविड केयर सेंटर में टोटल 16 बेड की फैसिलिटी की गई है, जिसमें 3 बेड कैज्यूल्टी और 13 बेड आईसीयू में रहेगे।इसके अलावा 2 वेन्टीलेटर, ऑक्सीजन की नई सेंटर लाइन तैयार की गई है।मरीजों के उपचार में किसी भी प्रकार की मुश्किलें नहीं आए इसलिए अतिरिक्त 8 स्टाफ हायर किया गया है।जिसमे 1 फिजिशियन, 2 बीएमएएस डॉक्टरों समेत कुल 16 लोगों को स्टाफ पेशेंट्स की सेवा में दिन रात लगा रहेगा।वर्तमान में ‘बी’ और ‘सी’ कैटिगिरी के पेशेंट्स को किसी हॉस्पिटल में बेड की समस्याओं से टाइम पर इलाज़ नहीं मिलने के कारण कई लोगों की घर में ही मौत हो गई थी। ऐसा न हो इसलिए ‘बी’ श्रेणी के सर्दी, खासी, बुखार वाले मरीजों को और ‘सी’ श्रेणी में आने वाले क्रिटिकल कोविड मरीजों को ही सेंटर में उपचार दिया जाएगा।
इसके बाद प्राथमिक इलाज़ देने के बाद अन्य हॉस्पिटल्स में बेड मिलने पर उन्हें वहां शिफ्ट किया जाएगा।प्राइवेट हॉस्पिटल्स में फोन करने पर उन्हें बेड उपलब्ध होने की जानकारी मिलती है, लेकिन 3-4 घंटे की यात्रा करने के बाद नागपुर पहुंचने तक बेड फूल हो जाते है। ऐसे में संक्रमित और परिवार को हॉस्पिटल्स के चक्कर काटने पड़ते है।इसी बात को नज़र में रखते हुए विदर्भ के किसी भी पुलिस कर्मी और उसके परिवार को पुलिस कोविड केयर सेंटर में निशुल्क उपचार देने की फैसिलिटी की गई है। और तो और सिर्फ नागपुर के ही नहीं बल्कि विदर्भ के किसी भी जिले से आने वाले कोरोना पीढ़ित पुलिस कर्मी का इलाज किया जाएगा।कई पुलिस कर्मी अकोला, अमरावती, यवतमाल से शहर में इलाज़ करवाने आते है।