NASA ने जारी की तस्वीरें,लॉकडाउन ने साफ कर दी भारत की 20 साल की गंदी हवा.
नासा की अर्थ ऑब्जरवेटरी ने पिछले चार सालों की तस्वीरें जारी की हैं, जिसमें ये बताया है कि कैसे प्रदूषण का स्तर पूरे देश में कम हो गया है. लॉकडाउन के चलते वाहनों की आवाजाही ना के बराबर है. ज्यादातर फैक्ट्रियां बंद हैं. लोग घरों से बाहर जरूरी काम के लिए ही निकल रहे हैं.
इस लॉकडाउन के चलते जहां कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने में मदद मिल रही है. साथ ही साथ पर्यावरण पर भी इसका चौंका देने वाला असर देखने को मिल रहा है. देश में एयरोसोल की मात्रा बेहद कम हो गई है. नासा की अर्थ ऑब्जरवेटरी की टीम ने इसपर अध्ययन किया है.
कोरोना वायरस की वजह से पूरे देश में लगाए गए लॉकडाउन से भले ही देश की अर्थव्यवस्था पर असर पड़ रहा हो. लेकिन पूरा देश प्रदूषण मुक्त हो रहा है. नदियां साफ हो रही हैं. हिमालय जालंधर से दिख रहा है. हरिद्वार में गंगा का पानी पीने लायक हो गया है. मतलब ये कि लॉकडाउन से पूरा देश साफ हवा में सांस ले रहा है. इसकी पुष्टि अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने भी की है.
गंगा के किनारे बसा हुआ देश का हिस्सा पूरी तरह से साफ हो गया है. गंगा के किनारे बसे शहरों के ऊपर 20 साल से जो धुंधला आसमान दिखता था, जो एयरोसोल के घने बादल दिखते थे, आज वो लॉकडाउन की वजह से साफ हो गए हैं.
अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने ये तस्वीरें मॉडरेट रिजोल्यूशन इमेजिंग स्पेक्ट्रोरेडियोमीटर (MODIS) टेरा सैटेलाइट से ली हैं. लॉकडाउन के चलते प्रदूषण का लेवल तेजी से नीचे आया है. भारत में प्रदूषण की समस्या जैसे खत्म सी हो गई है, इस पर नासा ने भी सैटेलाइट इमेज जारी कर अपनी मुहर लगा दी है.
नासा ने कहा है कि भारत में प्रदूषण का स्तर कम हुआ है. भारत में 25 मार्च से लॉकडाउन जारी है. यहां रहने वाले लगभग 130 करोड़ लोग अपने घरों में हैं.नासा में मोडिस एयरोसोल प्रोडक्टस के प्रोग्राम लीडर रॉबर्ट लेवी ने कहा कि भारत में साफ हवा के लिए इससे बेहतरीन तरीका नहीं हो सकता है. सिर्फ हवा ही नहीं, जमीन, पानी सब साफ हो गया है. भारत को ऐसे प्रयास करने चाहिए जिससे इतना साफ मौसम रहे.
देश में लॉकडाउन के चलते फैक्ट्री, कार, बस, ट्रक, ट्रेन, विमानों की उड़ानें बंद है. इन गतिविधियों के रुकने के बाद नासा के सैटेलाइट सेंसर भारत की जो तस्वीर कैप्चर की है वो चौंका देने वाली है. अगर आप 2016 से लेकर अब तक की तस्वीरें देखेंगे तो आपको साफ-साफ अंतर दिखाई देगा.
नासा के मुताबिक उत्तर भारत में हवा में प्रदूषण का स्तर सबसे निचले स्तर पर है. नासा ने कहा है कि सैटेलाइट डेटा से पता चलता है कि कोरोना वायरस के लिए जारी लॉकडाउन के शुरू होने के बाद से उत्तर भारत में हवा में मौजूद प्रदूषण के कणों का स्तर काफी नीचे गिर गया है.