अब नागपुर में ब्लैक फंगस मचा रहा आतंक,10 पीढ़ितों के जबड़ों की हुई सर्जरी
नागपुर: अब तक तो कोरोना ने जनता का परेशान किया हुआ था लेकिन अब ये नई बीमारी आ गई जिसे ब्लैक फंगस भी कहते हैं।पोस्ट-कोविड फंगल इन्फेक्शन(म्यूकोर माइकोसिस) के सिम्टम्स वाले मरीजों की संख्या दिनो दिन बढ़ती जा रही है। सिर्फ सरकारी चिकित्सा और अस्पताल नागपुर में 49 पेशेंट ब्लैक फंगस से पीड़ित है। इसमें से 19 ने यहां मैक्सिलोफेशियल सर्जरी डिपार्टमेंट में जबड़े की सर्जरी करवाई है। उनमें से 10 के जबड़े की सर्जरी हुई है।
हालांकि,स्पेशलिस्ट का कहना है कि शुरुआती निदान के साथ, पेशेंट पूरी तरह से ठीक हो जाता है।कोरोना संक्रमण के बाद कमजोर इम्यून सिस्टम पर फंगस का बहुत असर पड़ रहा है। राजकीय दंत चिकित्सा महाविद्यालय के मैक्सिलोफेशियल डिपार्टमेंट में फंगल इनफेक्टिव पेशेंट के लिए लगभग 49 लोगों का उपचार किया जा चुका है।
अप्रैल महीने से अभी तक 19 लोगों के जबड़े निकाले जा चुके हैं। उनमें से नौ ने पहले चरण में अपने जबड़े की सर्जरी की एवम पूरी तरह से ठीक हो गए। दूसरे चरण में फंगस के घुसने के बाद 10 लोगों के ऊपरी एवम निचले जबड़े की सर्जरी की गई। पहली लहर में कोरोना पेशेंट्स में रेमेडिविर या स्टेरॉयड का उपयोग कम किया गया था।जिसके परिणामस्वरूप उस समय म्यूकोरिया के पेशेंट्स की संख्या कम थी।
गवर्नमेंट डेंटल हॉस्पिटल में मिला एक फंगल पेशेंट ठीक होकर घर जा रहा है। कुछ पेशेंट्स में विशेष रूप से, इन्फेक्शन फेफड़ों में फैल गया है एवम आगे के उपचार के लिए सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल के सीवीटीएस डिपार्टमेंट में भेजा गया है।एक पेशेंट के तो मस्तिष्क पर फंगस ने अटैक कर दिया है ।उन्हें सुपर स्पेशलिटी के मनोरोग वार्ड में रेफर कर दिया गया है, जैसे के बताया जा रहा है।
हालांकि फंगस सांस एवम त्वचा के जरिए बॉडी में प्रवेश करता है, लेकिन कोरोना के दौरान इलाज के दौरान वेंटिलेटर की सफाई न हो तो यह सीधे बॉडी में प्रवेश कर जाता है। इससे मसूड़ों में सूजन आ जाती है।पेशेंट को जबड़े की की असहनीय समस्या हो जाती है।किसी में तेज सिरदर्द होता है, या दांत दर्द असहनीय पीड़ा होती है।