नागपुर:- शहर में कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए आरटीएम नागपुर विश्वविद्यालय के उपकुलपति प्रा सुभाष चौधरी ने 31 अगस्त तक बाहरी लोगों के प्रवेश पर रोक लगा दी है।
आदेशानुसार कार्यालयीन कर्मचारियों के अलावा अन्य किसी भी व्यक्ति का विवि में प्रवेश वर्जित है। विश्वविद्यालय ने इसकी सूचना जारी करते हुए कहा है -कि देश भर में कोरोना मामले बढ़ते जा रहे हैं और इस दौरान किसी भी शिष्टमंडल व प्राधिकरण सदस्यों पर बंदी नहीं लगाने से कुछ सदस्य इसका विरोध कर रहे हैं।
इस वक़्त शहर में कोरोना महामारी बहुत ज्यादा फैल चुकी है।शासन के निर्देश अन्तर्गत सिर्फ आवश्यक कर्मचारियों को ही कार्यालय में बुलाना है ।इसके अलावा अन्य किसी को भी 31 अगस्त तक न बुलाया जाए।इसके साथ ही किसी भी अभ्यागत को मुलाकात करने से साफ इनकार किया जाए।इसी प्रकार अपने कार्यालय के मुख्य द्वारा से सिर्फ कर्मचारियों और अधिकारियों को ही प्रवेश देने की सूचना गार्डों को दी गई है।
कोरोना के बढ़ते मामलों को ध्यान में रखते हुए शासन के निर्देशानुसार विद्यापीठ प्रशासन सभी सावधानियां रखी जा रही है।परन्तु इस निर्णय का प्राधिकरण सदस्यों द्वारा विरोध किया जा रहा है। सदस्यों का कहना है कि कोरोना का संकट पूरे देश में व्याप्त है।ऐसे में राज्यपाल से लेकर किसी भी जनप्रतिनिधि ने इस प्रकार का पत्र निकालकर मिलने से मना नहीं किया है।केवल नागपुर विद्यापीठ द्वार इस तरह का पत्र निकालने से इसका प्रतिरोध हो रहा है।
इसके साथ ही अधिसभा सदस्य डॉ. केशव मेंढे का कहना है कि कुलगुरु द्वारा जारी किया गया आदेश निंदनीय है।अभी तक मुख्यमंत्री और राज्यपाल ने भी जनप्रतिधियों को न मिलने या निवेदन नहीं देने का निर्णय नहीं दिया है।लेकिन नागपुर विद्यापीठ के कुलगुरु ने पद ग्रहण करते ही ऐसा पत्र जारी कर के प्रशासनिक कामों में अव्यवहारिकता का परिचय दिया है।