गणेश उत्सव के लिए मंडलियों की तैयारियां शुरू , शहरभर से आई 110 अर्जी
कोरोना की छाया इस बार गणेश उत्सव पर भी पड़ी है इसके चलते इस बार पंडालों में गणेश स्थापना को लेकर प्रशासन द्वारा कुछ नियमों की सूची बनाई गई है जिनका पालन गणेश पंडालों को करना होगा। शहर की बड़ी बड़ी मंडलियों ने तो गणेश उत्सव की तैयारियां 2 महीने पहले से ही करना शुरू कर दी थी।
गणेश मंडलियों ने पूरी कोशिश की है के सुरक्षा के पूरे नियमों का पालन किया जाए इसके साथ ही फिलहाल गणेश मंडलियां गणेश स्थापना की तैयारियां पूरे उत्साह से कर रही,स्थापना में आने वाले आयोजकों का इंतजाम,साज सज्जा,महाप्रसादी आदि पर पूरा ध्यान दिया जा रहा है।इसी के साथ संती गणेशोत्सव मंडली की संयोजक संजय चिंचोले मलहने का कहना है के “इस बार पिछले साल जैसा माहौल नहीं है। गणेश प्रतिमा की ऊंचाई भी निर्धारित कर दी गई है।
ऐसा लग रहा है सिर्फ एक औपचारिकता पूरी कर रहे हैं।इस बार तो इतना काम ही नहीं है कार्यकर्ताओं को क्या काम बताएं ये भी समझ नहीं आता। लेकिन हर बार गणेश स्थापना करने की परम्परा खंडित ना हो इसलिए हम गणेश स्थापना जरूर करेंगे” इसके अलावा इस बार कई मंडलों ने ऑनलाइन स्पर्धा रखने का मन बनाया है ताकि लोगों में उत्साह बना रहे इसके साथ ही कोरोना को लेकर जन जागृति अभियान भी चलाया जाएगा जिसमें लोगों को हैंड सेनिटाइजर,मास्क वितरित किए जाएंगे इसके साथ ही रक्तदान शिविर और आरोग्य शिविर भी लगाया जाएगा।
इस बार शहर भर की 110 गणेश मंडलियों ने सार्वजनिक गणेश स्थापना की अर्जी पेश की है जबकि गत वर्षों लगभग 1138 अर्जियां आयी थी। जिसमे एमआईडीसी , वाडी , इमामबाड़ा , प्रताप नगर , हिंगना , सोने गांव , सीताबर्डी , गिट्टीखदान , अंबाझरी , कोतवाली , तहसील , मनकापुर , गणेश पेठ, लकड़ गंज , शांतिनगर ,बजाज नगर , धांतोली ,सक्करदरा , नंदनवन , बेलत रोड़ी , हुडकेश्वर ,नवीन कामठी , पचपवली , जरीपटका, यशोधरा , सदर , जुनी कामठी , कल्मना , अजनी , कोराडी आदि को शामिल कर 1138 सार्वजनिक गणेश स्थापना अर्जी थी।