राहत भरी खबर: पिछले 80 दिनों के बाद कोरोना मामले एक दिन में 1000 से कम ,मृत्यु दर भी कम
पिछले वर्ष जिले में अगस्त, सितंबर 2020 में कोरोना वायरस की पहली लहर में कोरोना का प्रकोप काफी बड़ गया था ।हालांकि इसके बाद स्थिति फिर से सामान्य हो गई। लेकिन फरवरी 2021 के मध्य से जिले में कोरोना की दूसरी लहर आ गई।उसके बाद जिले में हर दिन पीड़ितों के साथ कोरोना ने मौत का मंजर दिखाया। और स्थिति बहुत भयानक हो गई।
रिकॉर्ड देखें तो फरवरी के मध्य से अप्रैल के अंत तक नागपुर शहर एवम ग्रामीण इलाकों में कोरोना संक्रमण की दर 32 फीसदी तक पहुंच गई थी।
जिले में एक ही दिन में साढ़े आठ हजार संक्रमित एवम 113 मौतें दर्ज की गईं। लेकिन अब राहत भरी खबर यह है की दूसरी लहर का प्रकोप थोड़ा कम हो गया है। मरने वालों की संख्या भी कम हो गई है।
जिले में 81 दिन बाद सोमवार (17 तारीख) को रोजाना कोवीड पेशेंट्स की संख्या में एक हजार से भी कम मामले सामने आए हैं।पिछले 24 घंटे में 971 नए कोरोना मामले मिले एवम 30 लोगों की मौत हुई। (नागपुर में एक हजार कोरोना मरीजों के भीतर 80 दिन बाद)
कोरोना का जानलेवा कहर कुछ हद तक कम हुआ। 27 फरवरी, 2021 को जिले में 13,027 टेस्ट किए गए तथा 984 कोरोना मामले दर्ज किए गए थे। इसके बाद जिले में कोरोना ने कहर बरपाया था। जिले में अब तक 8,580 कोरोना पीड़ितों की मौत हो चुकी है।इसमें शहरी इलाकों में 5,137 तथा ग्रामीण इलाकों में 2,184 मौतें शामिल हैं।उसके साथ ही जिले के बाहर से आए 1,259 लोगों को नागपुर रेफर करने के बाद मौत हो गई।नतीजतन, उनकी मृत्यु नागपुर में दर्ज की गई थी।
अब स्थिति पूरी तरह बदल चुकी है। जिले में मरीजों की संख्या में कमी आई है। पीड़ितों की दर में भी थोड़ी कमी हुई है।
सोमवार को शहरी इलाकों में 9 हजार 818 एवम ग्रामीण इलाकों में 3443 टेस्ट किए गए। इनमें से केवल 4.87 प्रतिशत या शहरी क्षेत्रों में 487 लोग और ग्रामीण क्षेत्रों में 13.77 प्रतिशत या 474 लोग प्रभावित पाए गए।