नागपुर में, बीज रहित संतरे, नारंगी विकसित करने के लिए अनुसंधान
नागपुर: संतरे के फल के लिए मशहूर नागपुर में बीज रहित संतरे और नारंगी विकसित करने के लिए व्यापक शोध चल रहा है। इस शोध का आरंभ केंद्रीय साइट्रस फ्रूट रिसर्च इंस्टीट्यूट, नागपुर ने किया।
संतरे की दो और नारंगी की चार नई किस्में विकसित: डेज़ी और पर्ल यह दो बीज रहित संतरे और नारंगी की चार प्रजातियां विकसित की गई हैं, जिनका नाम ब्लड रेड माल्टा, जाफा, वेस्टिन और हैमेलिन है। इन सभी प्रजातियों के संतरे मे आमतौर पर केवल एक या दो बीज होते हैं। अंगूर की तरह पूरी तरह से बीज रहित संतरे, नारंगी विकसित करने के लिए अनुसंधान चल रहा है।
पांच साल में, नारंगी, संतरे की एक नई किस्म बाजार में: जैसे-जैसे नव विकसित नारंगी और संतरे की प्रजातियां बढ़ती हैं, फल उत्पादन में वृद्धि होगी ऐसा शोधकर्ताओं का कहना है। अगले पांच वर्षों में, ये नए विकसित संतरे और खट्टे फल बाजार में प्रवेश करेंगे।
नारंगी और संतरे की खेती के लिए विदर्भ में अच्छी जलवायु: विदर्भ में जलवायु सायट्रस फलों जैसे संतरे और नारंगी की खेती के लिए अनुकूल है। इस कारण से, संतरे और नारंगी से बने कई उत्पाद भी बड़ी मात्रा में उत्पादित किए जा सकते हैं। संतरा और नारंगी फल विदर्भ सहित पूरे देश में काफी मांग में हैं। इन फलों को खाते समय, बीज अक्सर मुंह में आते हैं, उन्हें हटाने में समय लगता है। बीज रहित फलों के लिए अनुसंधान आज की घड़ी में व्यस्ततम दुनिया में समय को बचाने के लिए शुरू हुआ।
सीडलेस संतरे नारंगी की बड़ी मांग: नागपुर स्थित सेंट्रल सिट्रस फ्रूट रिसर्च इंस्टीट्यूट ने संतरे, डेज़ी ऑरेंज और पर्ल ऑरेंज के साथ-साथ ब्लड रेड माल्टा स्वीट लेमन, जाफा स्वीट लेमन, वेस्टिन स्वीट लेमन और हैमलीन स्वीट लेमन की किस्में विकसित की हैं। यद्यपि इन छह प्रजातियों के फल स्वाद में भिन्न हैं, सभी फलों में आम तौर पर एक या दो बीज हैं। अंगूर की तरह पूरी तरह से बीज रहित संतरे, नारंगी विकसित करने के लिए आगे अनुसंधान चल रहा है। यदि यह शोध सफल होता है, तो फल व्यवसाय में अनुभवी किसानों और व्यापारियों का कहना है कि संतरे और नारंगी की मांग में और वृद्धि होगी। बीज रहित संतरे और नारंगी फलों के विकास से उन लोगों को भी फायदा होगा जो इनसे अलग-अलग खाद्य पदार्थ बनाते हैं। इस कारण बहुतायत मे बीजविहीन संतरे विकसित करने के लिए चल रहे शोध पर ध्यान केंद्रित कर रखे हैं।