स्थायी समिति की अनुमति बिना मुंडे छुट्टी पर: महापौर ने मांगा स्पष्टीकरण
नागपुर:- नियम है फिर भी स्थायी समिति की अनुमति के बिना छुट्टी पर जाने, गृह कि अनुमति के बिना सोशल मीडिया से चर्चा, और एक ही काम के लिए कई निविदा जारी करने के संबंध मे महापौर जोशी ने आज आयुक्त को स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने के निर्देश दिये, सदन की मंजूरी के बिना विभिन्न पदों पर की गई प्रशासनिक नियुक्तियों को भी रद्द करने पर भी पिंटू झलके की अध्यक्षता वाली एक समिति को निर्देश दिया कि वह आयुक्त द्वारा निर्मित पांच अस्पतालों की जांच करे और रिपोर्ट सौंपे।
पिछले चार दिनों से जारी बैठक में मेयर जोशी ने कहा कि पिछले डेढ़ महीने में जो हुआ है वह सही नहीं है, प्रशासन और पदाधिकारी मिलकर काम करें। इससे पहले, उन्होंने सदन की मंजूरी के बिना सोशल मीडिया पर मीडिया के साथ चर्चा करके नगरसेवकों की निंदा संबंध मे नियमों के उल्लंघन और अनुशासन के मामले में 6 जुलाई तक स्पष्टीकरण दिया जाना चाहिए ऐसे निर्देश दिये।
पहले भी आयुक्त ने अवकाश लिया था, लेकिन स्थायी समिति की अनुमति नहीं ली थी। केटीनगर अस्पताल के एक काम के लिए विभिन्न निविदाएं जारी की गई थीं। इस प्रकार से इनकार करने का अधिकार रखते हुए भी आयुक्त ने इसे अनदेखा कर दिया। स्थायी समिति को इस बारे में सूचित नहीं किया गया यह स्पष्टीकरण भी मांगा गया।
आयुक्त ने प्रशासन में कई अधिकारियों को डिप्टी कमिश्नर और अन्य पदों पर भी नियुक्त किया। इन सभी नियुक्तियों को मेयर ने रद्द कर दिया। उन्होंने आयुक्त को इस संबंध में एक रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया। इसके अलावा, केटीनगर अस्पताल सहित पांच अस्पतालों के काम की जांच के लिए उन्होंने स्थायी समिति के अध्यक्ष पिंटू झलके की अध्यक्षता वाली समिति को निर्देश दिया।
उन्होंने ड्राइवर को क्लर्क के रूप मे पदोन्नत किए जाने वाले मामले मे भी जांच के निर्देश दिए। नासूप्र के बगिचे नगर निगम को हस्तांतरित करने पर भी महापौर ने लताड़ लगाईं। उन्होंने समिति को पांच साल के भीतर चैम्बर के खर्च पर एक रिपोर्ट प्रस्तुत करने का भी निर्देश दिया।