Surya Grahan पर NASA की वॉर्निंग- खूबसूरत पर खतरनाक
साल 2019 का अंतिम सूर्य ग्रहण आज सुबह 8 बजे से लग चुका है. भारत समेत कई देशों में दिखने वाला यह सूर्य ग्रहण दोपहर 1 बजकर 36 मिनट तक रहेगा. इस सूर्य ग्रहण काल की अवधि 5 घंटे 36 मिनट की होगी.नासा ने चेतावनी में कहा है कि सूर्य ग्रहण के दौरान सूर्य को भूलकर भी सीधे नग्न आंखों से ना देखें.नासा ने चेतावनी में कहा है कि सूर्य ग्रहण के दौरान सूर्य को भूलकर भी सीधे नग्न आंखों से ना देखें.स्काई ऐट नाइट मैगजीन ने भी नासा की चेतावनी को गंभीरता से लेते हुए लोगों को सतर्क रहने की राय दी है. यह ग्रहण खूबसूरत होने के साथ-साथ खतरनाक भी होगा.स्काई ऐट नाइट मैगजीन ने भी नासा की चेतावनी को गंभीरता से लेते हुए लोगों को सतर्क रहने की राय दी है.
यह ग्रहण खूबसूरत होने के साथ-साथ खतरनाक भी होगा.सूर्य ग्रहण देखने के लिए उत्साहित लोगों को विकिरण से बचाने वाले ग्लासेस पहनने की सलाह दी गई है. इसके साथ ही सूर्य ग्रहण की तस्वीरें लेते वक्त भी सोलर फिल्टर्स का इस्तेमाल करने का सुझाव दिया गया है.यह सूर्य ग्रहण पूर्वी यूरोप, एशिया, भारत, उत्तरी पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया, पूर्वी अफ्रीका और अरब देशों में दिखने की संभावना है. कई ऑनलाइन प्लैटफॉर्म पर भी सूर्य ग्रहण की लाइव स्ट्रीमिंग की जाएगी.सूर्य ग्रहण हो या चंद्र ग्रहण दोनों के धार्मिक और वैज्ञानिक महत्व को समझना जरूरी है. साल के अंत में लगने वाले इस सूर्य ग्रहण को ‘रिंग ऑफ फायर’ का नाम दिया गया है.
कैस लगता है सूर्य ग्रहण?
जब सूर्य और पृथ्वी के बीच में चंद्रमा आ जाता है तो सूर्य की चमकती सतह चंद्रमा के कारण दिखाई नहीं पड़ती है. चंद्रमा की वजह से जब सूर्य ढकने लगता है तो इस स्थिति को सूर्यग्रहण कहते हैं.
सूर्यग्रहण की विशेषताएं क्या हैं?
यह ग्रहण पूर्ण सूर्यग्रहण नहीं है. यह वलयाकार सूर्यग्रहण है, जिसमें सूर्य आग की अंगूठी की तरह देखा जाएगा. यह ग्रहण भारत, अफगानिस्तान, पाकिस्तान, और चीन में देखा जा सकेगा.सूर्य के विशेष रूप से प्रभावित होने के कारण इसका असर राशियों पर पड़ रहा है जो लगभग 15 दिनों तक बना रहेगा.
ग्रहण के प्रभाव से कैसे बचें?
– ग्रहणकाल में सूर्य मंत्र का अधिक से अधिक जप करें
– चाहें तो ग्रहण काल में हनुमान जी की पूजा करें
– ग्रहण समाप्ति के बाद ताम्बे के बर्तन, लाल वस्त्र, गुड़ और गेंहू का दान करें.