‘वह’ कोरोना पर मेरी पहली प्रतिक्रिया थी, किसी ने छेड़छाड़ से बतंगड़ बनाया है!:- मुंढे
नागपुर:- मेरा एक वीडियो इस समय सोशल मीडिया पर घूम रहा है। इसमें, मैंने कहा, ‘अपने हाथों को बार-बार धोएं, मास्क का उपयोग करने की आवश्यकता नहीं है।’ यह वीडियो ‘मास्क का उपयोग करने की आवश्यकता नहीं’ ऐसा एडिट करके अब वायरल हुआ है। मार्च के पहले सप्ताह में कोरोना पर पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस का ‘वह’ बाइट है नगर आयुक्त ने बताया कि किसी शरारती व्यक्ति द्वारा आज की स्थिति में काटछाट कर पुराना वीडियो गलत अर्थ से वायरल किया जा रहा है।
उस प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुझसे मास्क के इस्तेमाल के बारे में पूछा गया था। उस समय सरकार के दिशा-निर्देश थे कि कोरोना मरीजों का इलाज करने वाले डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ मरीजों के लिए मास्क अनिवार्य हैं।
इसके अलावा, किसी और को मास्क पहनने की आवश्यकता नहीं थी, जो उस समय स्पष्ट रूप से निर्देशीत था। इस पर ही मैंने यह बयान दिया था। ICMR और सरकार ने तब इन दिशानिर्देशों को बदल दिया, जिसमें कहा गया था कि सभी को मास्क पहनना आवश्यक है। “मैंने अपने फेसबुक लाइव में भी यह स्पष्ट किया था,” आयुक्त मुंडे ने कहा।
“मैंने कहा है कि मास्क पहनना अनिवार्य नहीं” पर यह उस वक्त की बात थी। अब उस पुराने वीडियो को जारी कर मेरे गलत बताने की कोशिशे कि जा रही है, ऐसा करके जनता को गुमराह करना सही नहीं है। यह लोगों की जान के साथ खेलने जैसा है। अप्रैल के बाद से, सभी को बाहर जाते समय मास्क पहनना आवश्यक किया गया है।
मास्क वायरस के प्रसार को रोक सकते हैं, संक्रमण को कम कर सकते हैं। इसलिए आज मैं फिर से सभी से आग्रह करता हूं कि घर से बाहर न जाएं, जब तक कि कोई बहुत महत्वपूर्ण कार्य न हो और घर से बाहर जाते समय मास्क का उपयोग करें। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि यदि घर में एक से अधिक व्यक्ति हैं, तो भी मास्क का उपयोग घर में भी किया जाना चाहिए।