महाराष्ट्र में घर खरीदना क्यों और कितना महंगा होगा?
राज्य के छोटे और बड़े शहरों में रहने वाले हर व्यक्ति का सपना होता है कि उसके पास अपना खुद का घर हो। लेकिन एक अप्रैल से शुरू हो रहे नए वित्त वर्ष में आम आदमी का घर खरीदने का सपना और महंगा हो जाएगा। कोरोना काल में रुकी हुई परियोजनाओं, बंद फैक्ट्रियों और आपूर्ति श्रृंखला में व्यवधान ने निर्माण सामग्री की बढ़ती लागत के कारण घरों की कीमतों को बढ़ा दिया है।
साथ ही कोरोना काल में आर्थिक स्थिति चरमराने से नागरिकों को नया घर खरीदते समय आर्थिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा। महाराष्ट्र के जिन शहरों में मेट्रो से जुड़े काम शुरू हैं, वहां 1 अप्रैल 2022 से स्टांप ड्यूटी में 1 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है। इस टैक्स को मेट्रो सेस के नाम से पेश किया गया है। नतीजतन, नागरिकों को घर खरीदते समय इस टैक्स का अतिरिक्त बोझ उठाना पड़ेगा।
राज्य के पंजीकरण और टिकट विभाग ने वार्षिक मूल्य में औसतन पांच प्रतिशत की वृद्धि की है। बढ़ोतरी 1 अप्रैल से प्रभावी है। इससे इस जगह पर आम आदमी का घर पाने का सपना महंगा हो जाएगा। राज्य के विभिन्न शहरों को ध्यान में रखते हुए पुणे जिले में दर में 8.15% की वृद्धि की गई है। उसके बाद औरंगाबाद नगर निगम में 12.38 फीसदी, पिंपरी-चिंचवड़ में 12.36 फीसदी और नासिक नगर निगम में 12.15 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है.