नाना पटोले – कई विधायक कर रहे विरोध पर शीतकालीन सत्र नागपुर में होगा
कोरोना संक्रमण के चलते,कई लोग व विधायक मांग कर रहे हैं कि दिसंबर में नागपुर में शीतकालीन सत्र का आयोजन न किया जाए बल्कि अधिवेशन का खर्च कोरोना उपायों और विदर्भ के विकास कार्यों पर खर्च कर दिया जाए। विधानसभा अध्यक्ष नाना पटोले ने आज कहा- “हालांकि, मानसून सत्र में घोषणा की गई थी, शीतकालीन सत्र 7 दिसंबर से आरंभ होगा”
नाना पटोले ने बताया के यह फैसला कहां,कब व कितने दिनों तक आयोजित होना चाहिए, यह पूरे तौर से विधायिका के हाथ में है। उस समय, कोरोना से हालात पहले की अपेक्षा खराब थे।लेकिन गत कई दिनों में,कोवीड पेशेंट्स की संख्या में गिरावट दर्ज की गई है और मृत्यु दर में भी कमी आई है। वैसे तो यह एक अच्छी बात है, पर शीतकालीन सत्र अभी दो महीने दूर है।इसी कारण से उस वक़्त की स्थिति के आधार पर निर्णय किया जाएगा। बस इसी वजह से आज चर्चा का विषय यह नहीं हो सकता है।
अधिवेशन के वक़्त विधान भवन के बहुत से कमरे खाली कर दिए गए हैं।इससे अब प्रश्न यह उठता है कि अधिकारी व कर्मचारी वर्ग कहां रहना चाहता है और कोरोना काल के समय कमरे किराए पर उपलब्ध नहीं हैं।ऐसी छोटी बड़ी परेशानियां हो सकती हैं। एक सम्मेलन के लिए निश्चित तौर पर व्यवस्था की जाएगी।क्योंकि सम्मेलन हर वर्ष आयोजित किया जाता है, इसलिए यह इस साल भी होगा।
संयुक्त महाराष्ट्र के गठन के बाद नागपुर में सम्मेलन आयोजित करने के लिए एक समझौता किया गया है।इसी कारणवश किसी भी निर्णय में समझौते पर विचार करना होगा। उसी के तहत सरकार कितने बिल लाती है, सम्मेलन कितने दिन चलेगा, यह सब तय किया जाएगा।